vivah (part-1) in Hindi Love Stories by Anju Malhotra books and stories PDF | विवाह (भाग-1)

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विवाह (भाग-1)

रोहित - "आओ दीदी, अब खाना बनाओ जल्दी से। मुझे बहुत भूख लग रही है । "
मानसी - मैं क्यूँ ? मम्मी कहाँ है ?
रोहित - वो हमारे लिऐ जीजा जी देखने गई है।
मानसी - क्या यार, थक कर आई हूँ कालेज से और ये मम्मी पापा को और कोई काम नही है, चल बनाती हूँ।
अच्छा भाई, मेरे बैग में से नई आडियो निकाल कर लगा दे..DDLJ
रोहित - फिर से पाकेट मनी खर्च कर दी आपने ?
मानसी - चुप , दो ही तो शौक़ हैं मेरे। एक संगीत , दूसरा greeting cards...अब लगा ना।
और आटा गूंथते हुए कानों में गूंजा..
मेरे ख्वाबों में जो आए..
आकर मुझे छेड़ जाए...
रोहित - अरे वाह! दीदी, situation पर फिट है
मानसी - चुप हो जा , नहीं तो जली हुई रोटी खिलाऊँगी।
रोहित - अरे! दीदी,मम्मी पापा आ गए। कैसा है देखने में लड़का?
मानसी की माँ - बिल्कुल चिरंजीवी हीरो लगता है।
अगले इतवार आ रहे मानसी को देखने।
अच्छे से तैयार होना तुम मानसी।
मानसी - अभी मेरी उम्र ही क्या है और मेरी पढ़ाई?
मानसी की माँ - बेटा, हम भी जानते हैं पर घर बैठे रिश्ता आया है । देखने में क्या हर्ज है और मौसी कह रही थी कि बहुत अच्छे और पढ़े लिखे लोग हैं और सबसे बड़ी बात लड़का मांगलिक भी है तुम्हारी तरह ।

अगले इतवार :-

मम्मी - अरे , ये क्या किया पागल इतना तेल क्यों लगा लिया बालों में?
चंपू लग रही...हद है।
मानसी - तो मुझे कौन सा शादी करनी?
मम्मी - क्या ?
मानसी - कुछ नही माँ , बाल बैठ नही रहे थे।
रोहित - माँ, लड़के वाले आ गए ।
प्रेम अपनी माँ और बड़े भाई के साथ आया था और सबको बड़े आदर के साथ मानसी की माँ ने बैठक में बिठाया और कुछ देर बाद मानसी को बुलाया गया ।
मानसी की माँ - आओ मानसी , जी ये हमारी बेटी मानसी।
मानसी - नमस्ते।

औपचारिक परिचय के बाद प्रेम ने मानसी से कुछ पूछना चाहा ।

प्रेम - पढ़ाई कैसी चल रही है ?
मानसी - जी, अच्छी।
प्रेम - आगे क्या सोचा है?
मानसी - जी ,अभी ग्रेजुएशन में एक साल और है फिर उसके बाद सोचूँगी।
प्रेम - आपकी hobby?
मानसी - music
प्रेम - और?
मानसी - (क्या बोलू ? बेकार के सवाल कर रहे , चुप ही हो जाती हूँ।)
प्रेम - जी और?

सामने से कोई जवाब नही आया। प्रेम को थोड़ा अजीब लगा। फिर चाय पीकर प्रेम अपने परिवार के साथ अपने घर लौट आया। बड़े भाई ने प्रेम से पूछा कि कैसी लगी लड़की ? प्रेम ने कहा कि भईया मैं सोचकर जवाब दूंगा।

एक हफ्ते बाद:-

मानसी खुश हो रही थी कि बच गई। कोई जवाब नही आया मतलब ना। तभी फोन पर प्रेम की माँ का जवाब आया कि हमें लड़की पसन्द है पर हम शादी में एक साल डालेंगे ताकि मानसी की पढ़ाई पूरी हो जाए।

मम्मी - जी , जैसा आपको ठीक लगे ।

मानसी की आँखें भर आई पर फिर खुद को तसल्ली देने लगी कि अभी एक साल है। पर इतना तेल लगाया , ठीक से जवाब नही दिया। फिर भी हाँ कर दी। ये लड़का क्या सोच कर हाँ कर दिया।

कहानी अभी बाकी है...